दसाई : डायल हंड्रेड व प्राइवेट डॉक्टर ग्रामीणों के लिए बने भगवान्…

0

विधानसभा क्षेत्र का सबसे बड़ा गांव होने के बावजूद भी स्थाई डॉक्टर की व्यवस्था नहीं कर पा रहा है प्रशासन

कोरोना व मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है जबकि स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते तहसील के सरकारी अस्पताल की सेहत बिगड़ी हुई है जहां कोरोना जैसी महामारी बीमारियों से लड़ना तो दूर मौसमी बीमारियों का भी रोकथाम के लिए इंतजाम नहीं कर पा रहा प्रशासन
वही दसाई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थाई डॉक्टर की व्यवस्था नहीं कर पा रहा है प्रशासन और कई मूलभूत सुविधाओं की कमी है ऐसे में गंभीर बीमारियों को निजी अस्पतालों में उपचार करना पड़ रहा है जब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की यह हालत है तो उप स्वास्थ्य केंद्र की क्या हालत होगी यह तो प्रशासन ही जाने हम आपको बता दें कि बुधवार को जमीनी विवाद को लेकर ग्राम घटोदा में एक महिला ने जहरीला पदार्थ खा लिया जिसको लेकर डायल हंड्रेड के प्रधान आरक्षक कैलाश बंजारा पायलट आफताब खान महिला को लेकर दसाई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे जहां डॉक्टर नहीं होने के कारण महिला को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमझेरा ले जाया गया शायद ग्रामीण को डायल हंड्रेड की मदद नहीं मिलती तो महिला की जान भी जा सकती थी अभी महिला स्वस्थ है
दसई नगर सरदारपुर विधानसभा का सबसे बडा गाँव है जो स्वास्थ्य विभाग की सुविधा के नाम पर धब्बा है नगर की लगभग 13 हजार की जनसंख्या व आस-पास के करीब 40 गांव की हजारों जनसंख्या इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर है होने के बावजूद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मे कई दिनो से स्थाई डांक्टर , एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं कर पा रहा है प्रशासन इस प्रशासन की लापरवाही से कहीं जान जा चुकी होगी जिसका अंदाजा ना तो प्रशासन लगा सकता है और ना ही ग्रामीण जन और कितनी जान गवाने का इंतजार कर रहा है प्रशासन
पहले ऐसे कई हादसे हो चुके हैं जिनमें ऑक्सीजन व डॉक्टर का इलाज नहीं मिलने से मोते हो गई है प्रशासन आज अगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर व ऑक्सीजन की व्यवस्था होती तो हो सकता था आज कई लोगों की जानें बच सकती थी आक्सीजन व्यवस्था भी नही होने के कारण व प्राथमिक उपचार नही मिलने के कारण क्षेत्र मे आये दिन ऐसे हादसे से कई लोगो को जान से हाथ धोना पडता है ,उपरोक्त शिकायत कई बार संबंधित अधिकारी व विभाग से कई बार सूचित कर चुके है। लेकिन प्रशासन है जो देखे को भी अनदेखा कर रहा है प्रशाशनिक अधिकारी की लापरवाही से हुई मौत
म.प्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा स्वास्थ्य संबंधित ढेर सारी योजनाए लागु की गई ,परन्तु धरातल पर आम लोगो से सुविधाऐ कही नजर नही आ रही है,जिला मुख्यालय से 45कि.मी.दुर होने के कारण शासन-प्रशासन के नुमाइंदे दसई नगर के स्वास्थ्य पर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सालों से असुविधाओं को भोग रहा है मरीजों को बाजार से दवाईयां खरीदना पड़ रही है जबकि प्रशासन द्वारा विभिन्न प्रकार की दवाईयां निशुल्क वितरण किया जाता है मूलभूत सुविधाओं के मामले में अस्पताल की हालत खस्ता है चिकित्सको वह सुविधाओं की कमी के चलते यहां पहुंचने वाले मरीजों व उनके परिजनों को परेशान होना पड़ता है आकस्मिक मामले में कई बार स्थिति बिगड़ जाती है इस कारण मरीजो घायलों के परिजनों को असुविधा का सामना करना पड़ता है

जब इस मामले को लेकर जिम्मेदारअधिकारी से बात की गई तो जिम्मेदार का कहना है कि वहां महिला डॉक्टर और वह घर से आते हैं इस कारण मैं डॉक्टर नहीं मिल पाए थे..

प्रतीक सिंह राठौर

7047718143

Leave A Reply

Your email address will not be published.