एमपी धार – मध्यप्रदेश के धार सहित दसई मे जैन समाज के आस्था के केंद्र महातीर्थ सम्मेद शिखर जी को झारखंड सरकार एवं केंद्र सरकार ने महज रेवन्यू के लालच में आकर पर्यटक स्थल बनाकर जैन समाज के आस्था को ठेस पहुंचाने का जो कुनिर्णय लिया है कुछ निर्णय के विरोध में देशभर के समग्र जैन समाज ही नही अपितु समस्त हिंदु समाज ने पहली बार इतनी संख्या में एकजुट होकर अपना संपूर्ण व्यापार बंद रखा । बुधवार धार सहित दसई मे भी दोपहर 3 बजे मे नगर के इल्लाजी चौक स्थित आदिनाथ जैन मंदिर से समाज जनों ने एक विशाल जुलूस निकाला। इस दौरान जैन समाज के पुरूष , महिला और बच्चे हाथों में समाज का पचरंग ध्वज के साथ जन-जन ने यह ठाना है शिखरजी बचाना है, हरेक जैन का यही है नारा शिखर जी हमें प्राणों से प्यारा, जैसे नारे लिखी हुई तख्ती लेकर नगर के प्रमुख मार्गों से निकले जिसमें रास्ते भर पुलिस प्रशासन की मौजूदगी रही। इस दौरान हरदेव लाला चौक स्थित बस स्टैंड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक ज्ञापन पुलिस चौकी प्रभारी दुर्गा प्रसाद वैष्णव को दिया गया। समाज जनों ने ज्ञापन के द्वारा भारत सरकार से जैन तीर्थ पर्यटक स्थल बनाने का निर्णय वापस लेने की लिए मांग की। ज्ञापन का वाचन करते हुए संघ के राकेश नाहर ने बताया कि जैन तीर्थ सम्मेद शिखरजी जैनियों के आस्था का केंद्र है क्योंकि जैन समाज अहिंसा पर चलने वाला है किंतु शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाने से उसकी पवित्रता भंग होगी वहां पर अभक्ष चीजों का भक्षण होगा जिससे जैन धर्म और हमारी आस्था को ठेस पहुंचेगी। इस मौके पर संघ के अध्यक्ष जितेंद्र जैन ने कहा जैन समाज अहिंसा के मार्ग पर चलने वाला समाज है । हम अपने जान से प्यारे महातीर्थ सम्मेद शिखरजी की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति भी देना पड़े तो समाज का हर नागरिक संकोच किए बगैर खुशी-खुशी बलिदान देकर अपने तीर्थ को बचाने का प्रयास करेंगे। इस मौके पर श्री संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में नव युवक परिषद, तरुण परिषद, महिला परिषद, के साथ बड़ी संख्या में बच्चे, युवा और समाज जन के साथ पुलिस प्रशासन उपस्थित रहे।
नयन लववंशी
प्रधान संपादक
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