कश्मीरी हिंदू बलिदान दिवस पर आज धार में निकाली भव्य भगवा यात्रा,कश्मीरी हिंदू एवं हिंदू राष्ट्र की स्थापना तक जारी रहेगा भगवा यात्रा का आंदोलन,राष्ट्र की पहचान भगवा है- स्वामी सत्यश्रेय गिरी जी महाराज।
मध्यप्रदेश के,धार मे कश्मीरी हिंदू बलिदान दिवस पर धार में भव्य भगवा शोभा यात्रा निकली। शोभायात्रा में हजारों की संख्या में हिंदुओं शामिल होने से पूरा धार भगवामय नजर आ रहा था। धार शहर के लालबाग से शुरू हुई इस भगवा यात्रा में ढोल ताशे और बग्घी आकर्षण के केंद्र रहे। यात्रा में शामिल सभी हिन्दुओं ने संकल्प लिया कि
कश्मीरी हिंदू एवं हिंदू राष्ट्र की स्थापना तक जारी रहेगा भगवा यात्रा का आंदोलन । यात्रा में जिले भर से भव्य रूप से हिंदुओं का समागम हुआ। वृंदावन धाम से पधारे स्वामी सत्यश्रेय गिरी जी महाराज के पावन सानिध्य में यह पावन भगवा यात्रा निकाली गई। भगवा परिवार मध्य भारत द्वारा आयोजित इस भगवा यात्रा में आयोजक देवकरण जाट, संरक्षक समाजसेवी समंदर सिंह पटेल, भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप पटोंदिया , यात्रा प्रभारी समाजसेवी धर्मेंद्र जोशी, चेतन खेर, महेंद्र सिंह सुनेर, रीमा राठौर, गरिमा रामपाल, यात्रा संयोजक दीपक शर्मा, राजेंद्र जाट पप्पू मकवाना सोनू ठाकुर, योगेश टोकरिया सहित मातृशक्ति एवं उत्साहित युवा शक्ति भी शामिल होकर भगवा यात्रा को भव्य बना रहे थे। भगवा यात्रा का धार शहर में जगह-जगह पर विभिन्न समाज संगठनों एवं संस्थाओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
राजवाड़ा पर आयोजित भव्य धर्म सभा में मुख्य वक्ता वृंदावन धाम से पधारे स्वामी सत्यश्रेय गिरी जी महाराज ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इतिहास गवाह है कि बगैर कट्टरता के ना तो धर्म बचता है ना ही संस्कृति और ना ही राष्ट्र बचता है। जिस तरह अपनी गौरवशाली संस्कृति की रक्षा के लिए शास्त्र जरूरी है इस प्रकार राष्ट्र की सुरक्षा बिना शस्त्र के संभव नहीं है। इसलिए शस्त्र और शास्त्र दोनों को महत्व देना प्रारंभ कर दीजिए। पूरी दुनिया से इजरायली युवा (यहूदी) अपने काम छोड़कर इसराइल लौट रहे हैं ताकि अपने देश और धर्म की रक्षा कर सकें। यही वह जज्बा है जो एक राष्ट्र को अजेय बनता है । राष्ट्र के लिए मान सम्मान रहे हर एक दिल में हिंदुस्तान रहे देश के लिए एक दो तारीख नहीं ,भारत मां के लिए हर सांस रहे। मेरी जान भगवा है, देश का सम्मान भगवा है। राष्ट्र से बड़ा कोई नहीं, राष्ट्र की पहचान भगवा है। एक संन्यासी होने के नाते मेरा कर्तव्य है की सनातन को संगठित करना। हाथ जोड़कर एक सन्यासी का रहा है अपने भविष्य के लिए संगठित हो जाओ बस यही मेरी भिक्षा है। अपार जन सैलाब है, एक सनातनी, एक हिंदू और एक भारत बस यही मेरी भगवा यात्रा है। संचालन रोहित शर्मा ने किया। आभार रीमा राठौर ने माना।
प्रधान संपादक
नयन लववंशी
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