अमझेरा को तहसील बनाने को लेकर क्षेत्र की ग्राम पंचायतों ने जताया विरोध
बुद्धिजीवी वर्ग ने बताया विसंगति पूर्ण निर्णय

0


धार दसाई मध्य प्रदेश के धार जिले के सरदारपुर विधानसभा का सबसे बड़ा गाँव दसाई आज भी शिक्षा,स्वास्थ्य अनाज मंडी व व्यापार जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है आपको बता दें ,कि दसाईं गांव सरदारपुर तहसील का सबसे बड़ा गांव है जहाँ सबसे अधिक पाटीदार समाज, सामान्य वर्ग कृषि पर आधारित ,व्यापारी वर्ग शासकीय कर्मचारी, छोटे छोटे लघु उद्योग आदिवासी, हरिजन सहित सभी वर्ग लोग निवास करते है। दसाई नगर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी मुख्यालय से 40कि.मी. दूरी पर है।दसाई गांव में सोमवार को साप्ताहिक हाट लगता है। जिसमें लगभग 40 गाँव से लोग व्यापार करने आते है। राजगढ़, सरदारपुर, लाबरिया, राजोद अमझेरा आदि गांव के किसान अपनी सब्जी, फल फ्रूट की व्यापारी ,खेरची दुकान लगाते हैं ।अखबारों के माध्यम से जानकारी मिली कि अमझेरा को तहसील बनाई जा रही है। इस बात को लेकर आसपास के क्षेत्र की लगभग 30 ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधियों व्यापारियों, समाजसेवी संगठनों व कर्मचारियों कृषकों में घोर असंतोष है,कि प्रशासन का ये एकतरफा विसंगति पूर्ण निर्णय है।
सन 1938 में ग्वालियर स्टेट के जमाने में ग्राम दसई को तहसील का दर्जा होकर कचहरी रही है । उसके पश्चात यहाँ थाना भी रहा है। सरदारपुर विधानसभा का सबसे बड़ा कृषकों का ग्राम दसाई जो वर्ष 2000 में यहां टप्पा तहसील प्रारंभ हुई थी ।टप्पा तहसील के अंतर्गत 15 से 20 ग्राम पंचायत पहले से ही जुड़ी है ।और यहां विधिवत कार्य सम्पन्न हो रहे है ।
सरकार के द्वाराअमझेरा को तहसील बनाने का निर्णय लिया गया यह जनता के हित में नहीं है। वास्तविक में देखा जाए तो अमझेरा को तहसील गठन किया जा रहा है तो आसपास के क्षेत्र की ग्राम पंचायत और ग्राम दसई के बिना अभिमत के निर्णय लिया गया है। हम सभी वर्ग के लोग इस तुगलकी फरमान का एक ही स्वर में घोर विरोध जताया । “दसाई गांव को तहसील बनाया जाता है तो आसपास के सभी वर्ग के लोगों का व किसानों के लिए सुविधाजनक होकर सरदारपुर से अधिक सुविधाजनक होगा
क्योंकि दसाई गांव के आसपास करीब 50 से 60 गांव लगते हैं। ग्रामीणों की समस्त परेशानियां जैसे आय स्थाई निवासी प्रमाण पत्र सहित अपनी जमीन की रजिस्ट्री आदि कराने के लिए 30 से40 किलोमीटर दूर सरदारपुर तहसील जाना पड़ता है है ।
ग्राम दसाई व आसपास की सभी ग्राम पंचायतों एवं दसाई के सभी दलो के पदाधिकारी, समाजिक संगठनों के पदाधिकारी, धार्मिक संगठनों व्यापारियों, कर्मचारियों आमाजनों ने शाम को श्री ईच्छापूर्ण हनुमानजी मंदिर में एक विशाल बैठक कर सभी ने एकमत एक स्वर में प्रशासन के ये एकतरफा निर्णय का घोर विरोध कर कहा कि दसाई पूर्व में भी तहसील रही है और अभी भी रहेगी
*अंत में सैकड़ो नागरिकों की उपस्थिति में क्षेत्र के चहुँमुखी विकास को ध्यान में रखते हुए सभी दलों के प्रतिनिधियों, पत्रकारों, किसान नेता, कर्मचारी संगठन, व्यापारी संगठन, सभी पंचायतों के जनप्रतिनिधियों ने
अमझेरा को तहसील बनाने का तुगलकी फरमान वापस लेने की चेतावनी दी गई।

नयन लववंशी

6261746002

Leave A Reply

Your email address will not be published.