हरियाली अमावस्या के पावन पर व्रक्षारोपन कर मातृशक्ति द्वारा भोजशाला मुक्ति हेतु कावड यात्रा निकाली।
नयन लववंशी की रिर्पोट दि. 20/72020
मप्र -धार-माँ सरस्वती मन्दिर भोजशाला की मुक्ति और उसके गौरव की पुनर्स्थापना हेतु दृढ संकल्पित भोजउत्सव समिति , हिन्दू जागरण मंच और धर्म जागरण विभाग के द्वारा परम्परा अनुसार पवित्र श्रावण मास के तृतीय सोमवार को प्रतिवर्ष मातृशक्ति समरसता कावड़ यात्रा का आयोजन नगर के प्राचीनतम नागचंद्रेश्वर मन्दिर से धार के अधिपति धारेश्वर मन्दिर तक किया जाकर माँ नर्मदा के पवित्र जल से भगवान धारनाथ का जलाभिषेक नगर की हजारों मातृशक्ति द्वारा किया जाता है।
वैश्विक महामारी कोरोना के चलते इस वर्ष परम्परा अनुसार कावड़यात्रा निकाली जाना उचित नही होने से आज प्रतीकात्मक रूप से श्रावण माह के तीसरे सोमवार को केवल 7 मातृशक्ति द्वारा शासन के नियमों सोशल डिस्टेंस और मास्क का पालन करते कावड़यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से निकाल कर भगवान धारनाथ का जलाभिषेक किया गया।
कावड़यात्रा के पूर्व नागचंद्रेश्वर मन्दिर के प्रांगण में भोजउत्सव समिति ,हिन्दू जागरण मंच ,धर्म जागरण विभाग और मातृशक्ति द्वारा हरियाली अमावस्या के पावन पर धार्मिक महत्व के वृक्षो का पौधरोपण पंडित अर्पित जोशी के निर्देशन में पूजा कर विधिविधान से सपरिवार किया गया।
पौधरोपण के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से गोपालजी शर्मा, अरविन्द जी चौधरी राजेशजी शुक्ला, जगदीश जी राठौड़, हेमन्त दौराया, सुधीर जी वाजपेयी, ओम जी प्रजापत,सुमित चौधरी, बंटी जी राठौड़, पप्पू जी डामोर,निलेशजी परमार,श्रीश दुबे,संजय शर्मा,बलराम प्रजापत,राजेश कलसाडिया और बडू भाबर ने फलदार,छायादार और धार्मिक महत्व के वृक्षों का पौधरोपण किया।
पौधरोपण कार्यक्रम के पश्चात प्रमुख मातृशक्ति कलावती जी रघुवंशी, प्रतिभा शर्मा, पप्पी मकवाना,चन्दा भाबर, ललिता रघुवंशी, उषा पवार, और ज्योती राठोड़ द्वारा उठाई गई पवित्र कावड़ का पूजन समिति के संरक्षक अरविंद जी चौधरी और महामंत्री हेमन्त दौराया द्वारा किया जाकर कावड़यात्रा को नागचंद्रेश्वर मन्दिर से प्रारम्भ किया गया।
उक्त जानकारी भोजशाला में प्रति मंगलवार होने वाले सत्याग्रह के प्रमुख सुधीर जी वाजपेयी द्वारा दी गई।
नयन लववंशी
धार मप्र
6261746002