अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर बडी संख्या मे महिलाओं ने ही संत श्री आशारामजी बापु की रिहाई हेतु राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम धार कलेक्टर ज्ञापन दिया ।
मध्यप्रदेश के धार मुख्यालय पर अंतरर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओ धार त्रिमूर्ति चौराहे पर बडी संख्या मे इकठ्ठे होकर संत श्री आशारामजी बापु की रिहाई की मांग को लेकर तख्ती हाथ मे लेकर धार कलेक्टर कार्यालय बडी संख्या मे पहुंची।
संत श्री आशाराम बापुजी की रिहाई की मांग सोशल मीडिया एवं जमीनी लेवल पर देखा गया तो महिला उत्थान मंडल द्वारा देशभर में हिंदू संत आसाराम बापू की शीघ्र रिहाई की मांग करते हुए भारत के विभिन्न स्थानो सहित धार मे भी संस्कृति रक्षा रैलियां निकाली गईं, तथा कलेक्टर को राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के नाम से ज्ञापन दिए गए ।
महिला मंडल के सदस्या राधा बाई ने कहा कि निर्भया कांड के बाद नारियों की सुरक्षा हेतु बलात्कार-निरोधक नये कानून बनाये गये । परंतु दहेज विरोधी कानून की तरह इनका भी भयंकर दुरुपयोग हो रहा है ।
महिला दिवस पर लाखों महिलाओं ने उठाई आवाज, बोली हिंदू संत आशाराम बापू हैं निर्दोष
महिला दिवस पर लाखों महिलाओं ने उठाई आवाज, बोली हिंदू संत आशाराम बापू हैं निर्दोष
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर बताया कि बापुजी ने नारियों में उत्तम संस्कार दिये महिला उत्थान के लिए अहम भूमिका निभाई।
कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए उन्होंने कहा कि हिन्दू संत आसाराम बापू सदा हर वर्ग, हर प्राणी को ईश्वरीय सुख-शांति, आत्मिक निर्विकारी आनंद पहुँचाने का अथक प्रयास करते रहे हैं । समाज, संस्कृति और विश्वसेवा के दैवी कार्य में बापू आसारामजी का योगदान अद्वितीय है । बापू आसारामजी के ओजस्वी जीवन एवं उपदेशों से असंख्य लोगों ने व्यसन, मांस आदि बड़ी सहजता से छोड़कर संयम-सदाचार का रास्ता अपनाया है ।
एक 83 वर्षीय बुजुर्ग संत, जिन्हें करोड़ों लोगों के जीवन में संयम-सदाचार जागृत करने व उन्हें भगवान के रास्ते चलाने तथा करोड़ों दुःखियों के चेहरों पर मुस्कान लाने का श्रेय जाता है, उनको जमानत मिलनी चाहिए ।
सम्पादक, राजनेता, फिल्म स्टार, आतंकवादी आदि को भी जमानत मिल जाती है तो एक हिन्दू संत जिनको 5.5 साल से जमानत तक भी नहीं मिल रही है ।
जब हमारा कानून एक आतंकवादी के प्रति भी उदारता का व्यवहार करता है तो एक निर्दोष संत को क्यों बेवजह सता रहा है ???
महिला उत्थान मंडल आपसे निवेदन करता है कि विश्व में भारतीय संस्कृति की ध्वजा फहरानेवाले, आध्यात्मिक क्रांति के प्रणेता, संयममूर्ति संत आसारामजी बापू की समाज को अत्यंत आवश्यकता है ।
इसी बात को ध्यान रखते हुए ज्ञापन के माध्यम से माननीय राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से मांग की जल्द से जल्द बापुजी की रिहाई हो इस अंतरराष्ट्रीय साज़िश का पर्दाफाश हो ।
नयन लववंशी
धार मप्र
6261746002