एमपी ऑनलाइन पर चिराखान,दसई सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रो हजारो में बिक रहे फर्जी‎ आधार कार्ड व जन्म प्रमाण-पत्र मिडिया द्वारा खबर उजागर करने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी नही कर रहे कार्रवाई।

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मध्यप्रदेश के धार जिले के चिराखान मे स्थित मालिक डिजिटल आन लाइन सेंटर व दसई मे भी अन्य ग्रामीण क्षेत्रो मे धडल्ले से एमपी ऑनलाइन के कियोस्क सेंटरों पर अधार कार्ड मे जन्म तारीख गलत तरीके से उम्र कम व ज्यादा करवाना व पता बदलाना व फर्जी जन्म प्रमाण पत्र हजारो रुपए में बनाकर खुलेआम बेचे जा रहे हैं। पैसे जमा कराओ और किसी भी तारीख और साल का जन्म प्रमाण पत्र बनवा लो। कियोस्क पर बना जन्म प्रमाण पत्र देखने में बिल्कुल असली जैसा दिया जा रहा है

यह काले कारनामे ग्रामीण क्षेत्र में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का खेल चल रहा है। इसका खुलासा तब हुआ ज़ब बदनावर मे पिता अपने बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए ऑनलाइन सेंटर बनवाने के लिए गए तब हुआ, जहां पर बच्चों का आधार बनवाने के लिए जन्म प्रमाण पत्र स्कैन करने पर फर्जी निकला और ऑथराइज्ड हॉस्पिटल की सील नहीं होने से पिता को वापस लौटा दिया गया।

ग्रामीण इलाकों मे जनसेवा केंद्र व कंप्यूटर की दुकानों पर जन्म प्रमाणपत्र बनाने का धंधा चल रहा है। जिसमें संचालक लोगों से जन्म प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर रुपये वसूल रहे हैं। इसके बाद भी फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाकर दिया जा रहा हैं। जिसमें कंप्यूटर संचालक डॉक्टर की डिजिटल सिग्नेचर तो लगा देते है पर हॉस्पिटल की सील नहीं होने से भोले – भाले ग्रामीणों से मोटी रकम वसूलकर जन्म प्रमाण पत्र दे देते हैं,
और ज़ब दसाई चौकी पर पिता ने कंप्यूटर संचालक के खिलाफ आवेदन मे बताया की मे मेरे तीन बच्चो का आधार कार्ड बनवाने के लिए बदनावर व सरदारपुर गया था वहाँ पर दोनों जगह पता चला की यह प्रमाण पत्र नकली है और इसमें हॉस्पिटल की सील नहीं है। तथा
मेने 3 जन्म प्रमाण पत्र बनवाये है जो यह नकली है, जन्म प्रमाण पत्र बदनावर तहसील के ग्राम चिराखान मे स्थित मालिक डिजिटल आन लाइन सेंटर के संचालक शरद जयसवाल के यहां बनवाये थे और मेने जन्म प्रमाण पत्र के बनाये जाने को लेकर मुझ से 1800 रूपए ले लिए और समग्र आईडी भी बनवाई उसके भी 800 रूपए लिए तथा आयुष्मान आईडी खोलने के 4000 रुपये बताये है , अब देखना होगा की जिम्मेदार अधिकारी कब कार्रवाई करते हैं या गरीबों के पसीने की कमाई यूही लूटी जाएगी….

वही इस विषय को लेकर बदनावर बीएमओ डाँ.मुजाल्दा से बात की गई तो उन्होने कहा कि जांच चल रही है ओर मै मिटिंग मे हुँ ।

ऐसे बनवा सकते हैं प्रमाण-पत्र

  1. अस्पताल में प्रसव के बाद जच्चा वार्ड में रिकॉर्ड दर्ज होता है। जब जन्म प्रमाण बनवाना होता है तो कम्प्यूटर शाखा में आवेदन करना होता है।
  2. यदि महिला का प्रसव घर पर होता है तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रिकॉर्ड के आधार पर पंचायत या नगरीय निकाय जन्म प्रमाण पत्र ब नाकर देती हैं।
  3. यदि जन्म के कुछ सालों बाद बनवा रहे हैं तो तहसीलदार या एसडीएम के अनुमोदन के बाद अस्पताल, पंचायत या नगरीय निकाय के रिकॉर्ड के आधार बनेगा।

प्रधान संपादक

नयन लववंशी

6261746002

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