संत श्री आशाराम जी आशाराम बापू को न्याय के लिए उतरी नारी शक्ति ,विश्व महिला दिवस पर संस्कृति रक्षा यात्रा निकाल कर न्याय की मांग की।
मध्यप्रदेश के इंदौर मे विश्व महिला दिवस पर संत श्री आशाराम जी बापू के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय साजिश के तहत एक झुठे बलात्कार प्रकरण मे लगभग नो साल से जेल मे कैद कर रखा गया वही उनके परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है इन्ही सभी मांगो के लेकर इंदौर महानगर की सड़कों पर गूंजी नारी शक्ति की आवाज।
सैंकड़ों महिलाओं ने निकाली संस्कृति रक्षा यात्रा,
हिन्दू संत श्री आशाराम जी बापू के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ उठाई आवाज “नारी तू नारायणी” का संदेश देने वाले परम पूज्य संत श्री आशारामजी बापू द्वारा प्रेरित श्री योग वेदांत सेवा समिति के तत्वाधान में चलाये जा रहे महिला उत्थान मंडल इंदौर द्वारा विश्व महिला दिवस के उपलक्ष्य में विशाल संस्कृति रक्षा यात्रा निकाली गयी । यह यात्रा आश्रम से शुरू होकर भंवरकुआ , टॉवर चौराहा से होती हुई कलेक्टर कार्यालय पर समाप्त हुई । यात्रा का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया गया । वही इस अवसर पर सैंकड़ों महिलाओं ने हिन्दू संत श्री आशारामजी बापू के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ जमकर आवाज बुलंद करते हुए नारेबाजी की। इस मौके पर महिला उत्थान मंडल इंदौर की वरिष्ठ सदस्या रश्मि चतुर्वेदी,अंजू बुलानी, किरण सहारे,मनोरमा सोलंकी,नूतन सिंह, वैजन्ती मिश्रा आदि ने बताया कि बापुजी ने भारत को विश्व गुरु बनने मे मुल समस्या सनातन धर्म पर सत्संग के साथ साथ गरीबी,जनसंख्या नियंत्रण,धर्मांतरण,बेटी बचाओ,बेटी पढाओ अभियान सहित जन हित मुद्दो के भारत की मुल पॉस्को एक्ट का दुरुपयोग करके हिन्दू संत श्री आशाराम जी बापू को झूठे केस में फंसाया गया है। इतना ही नही 85 वर्ष के बीमार संत को 9 वर्ष में न तो एक दिन की बेल मिली है न ही एक दिन की कभी पेरोल भी दी गई है । वहीं दूसरी ओर कई नेताओं अभिनेताओं व आंतकियों को बेल दी गई, यहां तक कि रेप केस मामले में कईयों को बेल दी गई और बाद में उन्हें बरी कर दिया मगर हिन्दू संत के खिलाफ कोई भी सबूत न होने के बावजूद उन्हें बरी तो दूर की बाद आज तक 1 दिन की बेल तक दी गयी ।उन्होंने कहा कि ये कैसा भारत का कानून, नेताओ अभिनेताओं के लिए भारत का कानून अलग और हिन्दू संत के लिए कानून अलग। उन्होंने कहा कि हम भारत सरकार व राष्ट्रपति से मांग करते है कि हिन्दू संत को शीघ्र अति शीघ्र रिहा किया जाए। उन्होंने बताया कि पूज्य बापू जी को बदनाम करने करने के लिए ये प्रचार किया गया कि बापू जी का केस बलात्कार का केस है। मगर ये पूरी तरह से झूठ है।
उन्होंने कहा कि देश का कोई भी नागरिक आरटीआई डाल कर सरकार से ये जानकारी हांसिल कर सकता है कि यह रेप केस नही है। RTI से कोई भी पता कर सकता है न तो शिकायतकर्ता लड़की की शिकायत में , न पुलिस स्टेटमेंट,न मेडिकल स्टेटमेंट में और न ही न्यायालय की तरफ से ये कहा गया है कि रेप किया गया है। न ही ये कही कहा गया है कि संत श्री आशाराम जी बापू ने ऐसा दुष्टकृत्य किया है।लेकिन इसके बावजूद देश भर में ये ढिंढोरा पीटा गया कि ये मामला रेप केस का है।
उन्होंने बताया कि देश भर में महिला मंडल द्वारा महिलाओं के सर्वांगीण विकास हेतु ‘चलें स्व की ओर’…महिला शिविर का आयोजन, बेटी बचाओ अभियान, तेजस्विनी अभियान, आध्यात्मिक जागरण हेतु युवती एवं महिला संस्कार सभाएं, दिव्य शिशु संस्कार अभियान, निःशुल्क चिकित्सा सेवा,चल चिकित्सा सेवा मातृ-पितृ पूजन दिवस , कैदी उत्थान कार्यक्रम, घर-घर तुलसी लगाओ अभियान, गौ-संवर्धन व हर अमावस्या पर गरीबों में भंडारे,दीपावली पर दरिद्रनारायण सेवा आदि समाजोत्थान के कार्य किए जाते हैं । उन्होंने कहा कि ये सारे दैवी सेवाकार्य संत श्री आशारामजी बापू की प्रेरणा से चलाए जाते हैं ।
नयन लववंशी
प्रधान संपादक
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