एक ध्वज ,7.48 घंटे ,14 बस्ती ,48.4 किलोमीटर, 4000 से अधिक स्वयंसेवको का निकला पथ संचलन।

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एमपी धार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष निकलने वाले पथ संचलन इस वर्ष ऐतिहासिक रूप में निकला।
कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए संचलन को सामूहिक ना निकालते हुए शहर की सभी बस्तियों में निकाला गया।

सभी संचलनो को एक स्वरूप देते हुए एक ही ध्वज को क्रमशः सभी 14 बस्तियों में निकाला गया ।
पूरे शहर में सुबह 8 बजे से निकले संचलन का मार्ग 48.4 किलोमीटर रहा।
संचलन का नगर भर में घर-घर से आरती उतारकर ,दीपक लगाकर, रंगोली बनाकर ,पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया ।

संचलन का समापन कार्यक्रम किला मैदान पर संपन्न हुआ ,जिसमें सभी संचलनो में सहभागी स्वयंसेवक उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री अमित वाणी रहे । मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रान्त बौद्धिक प्रमुख श्री सुनील जी बाहुल ने भी स्वयंसेवकों को संबोधित किया
समय प्रबंधन की अनूठी मिसाल

दुनिया भर में समय प्रबंधन एवं अनुशासन के लिए पहचाने जाने वाले संघ ने नगर के 13 प्रमुख चौराहों पर पूर्व से तय समय पर ही 2 संचलनो का संगम करवाकर ध्वज प्रदान किया, जो कि पूरे नगर में चर्चा का विषय रहा ।

अन्य प्रदेश से बुलानी पड़ी गणवेश

संचलन के चरैवेति स्वरूप के कारण उत्साहित स्वयंसेवकों ने घर-घर जाकर गणवेश बनवाने के लिए प्रयास किया। जिसके कारण गणवेश इंदौर, ग्वालियर ,उज्जैन एवं राजस्थान के बांसवाड़ा से गणवेश बुलवाई गई ।

घोष भी रहा आकर्षण का केंद्र

नया घोष इस वर्ष मेरठ से बुलवाया गया था । बहुत अधिक संख्या में संचलन होने के कारण घोष की 4 नई इकाइयों का निर्माण किया गया। जिसमें 60 वादको ने स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन करते हुए संचलन की गरिमा बढ़ाई ।

नयन लववंशी

धार मप्र

6261746002

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